वोट्सएप सबका डिजिटल संसार
ૐवोट्सएप सबका डिजिटल संसार
कभी गुड मोर्निंग तो कभी नमस्कार
ओनलाइन करो अपने दिन की शुभ शुरुआत
नाना नानी, दादा दादी, चाचा चाची, मौसा मौसी
सबको एक साथ है चाय पिलायी
परिवार मे किसीको बुरा न लगे भाई
पड़ोसी से चीनी मँगवाई एक कटोरा
गोसीप ने ओनलाइन व्यवहार संभाला
सासुमाने हुक्म फ़रमाया
बारबार न मायके जाना
बहुने भी दिमाग़ लगाया
ससुराल मे रहकर दिनभर मायके घूम आना
ससुरजी का बर्थ डे मनाया
ननंदजी को चोकलेट से पटाया
देवरजी हरदम ग़ायब रहेते
फिर भी सबकी ख़बर रखते
भैयाजी बड़े सयाने
भाभीजी से चुपचाप रोमान्स फ़रमाते
भाई बहेन ख़ूब सताते
फिर गुदगुदाकर खिलखिलाते
‘यो वोट्स अप’ कहकर बच्चोको जगाते
पोप संगीत और रेप गाना बजाते
पियाजी है सबसे प्यारे
रुठ जाऊँ तो मुझे मनाते
फूल भेजकर हरदम हँसाते
हो रुबरू तो रूठकर बैठते
डिजिटली सब ऐक साथ है रहेते
संबंधों का नया बसेरा
वोट्स एपने सबका संसार संभाला
-धाराभट्ट-येवले